चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर भाजपा-आप की चिंता बढ़ी

चंडीगढ़। मेयर चुनाव के लिए शहर का सियासी पारा धीरे-धीरे चढ़ता जा रहा है। ऊपर से दिल्ली मेयर चुनाव में जिस तरह से हंगामा मचा उससे चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए रण में उतरने का ऐलान करने वाले दो प्रमुख सियासी दल भाजपा-आप की चिंता बढ़ा दी है। 14 पार्षदों की आप को आंशका और भय सता रहा है कि कहीं कांग्रेस पिछले चुनाव की तरह बॉयकाट के नाम पर गच्चा ना दे जाएं। अभी तक की सियासत में कांग्रेस-आप के बीच गुप्त गठबंधन को लेकर अटकलें चल रही थी। अब आप के नेता कांग्रेस से उनका मेयर बनाए जाने की अपील कर रहे हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस अगर बॉयकाट करती है तो यह 14 पार्षद और एक सांसद की वोट के सहारे चुनावी रण में उतरने वाली भाजपा के चेहरे खिलने जैसा होगा।

कांग्रेस रण में उतरी तो भाजपा के चेहरे मुरझा सकते हैं

हालांकि अगर कांग्रेस भी रण में उतर गई तो यह भाजपा के खिले चेहरे मुरझाने में देर नहीं लगेगी। जल्द ही मेयर चुनाव की रणनीति तय करने को लेकर कांग्रेस की बैठक होेने की उम्मीद है। ऐसे में भाजपा भी मन ही मन दुआ करेगी कि अगर कांग्रेस चुनावी मैदान में उतरती भी हैं तो उसका समर्थन करे ताकि मेयर कुर्सी हासिल करने का रास्ता बजी साफ हो सकें। हालांकि कांग्रेस के नेताओं ने किसी भी तरह के गठबंधन से इंकार कर केवल अपने उम्मीदवार के साथ चुनावी रण में उतरने का ऐलान किया हुआ जोकि भाजपा और आप के लिए बुरी खबर हो सकती है। उल्टा कांग्रेस तो अपने अनुभवी होने की बातें कर समर्थन मांग रही है। यह कांग्रेस और अन्य दलों को भी पता है कि अगर कांग्रेस रण में उतरती है तो शहर के अगले मेयर का फैसला  कांग्रेस के पार्षदों की वोट पर काफी हद तक निर्भर करेगा।

दोनों प्रमुख दलों को कांग्रेस और एक मात्रअकाली दल से आस

कुल मिलाकर कांग्रेस और एकमात्र अकाली दल के आस के सहारे दोनों प्रमुख बैठे हुए हैं। अब यह कांग्रेस-अकाली दल के रुख और रवैये पर निर्भर करेगा। बॉयकाट की स्थिति में 15-14 के अनुपात में भाजपा का पलड़ा भारी रहने की उम्मीद है। इस स्थिति में गुटबाजी और क्रास वोटिंग के जरिए ही कोई भी किसी का खेल बिगाड़ सकता है। यह भय भी दोनों प्रमुख दलोें का मन ही मन सता रहा है। अभी तो उम्मीदवार तय किए जाने का भी  खासा दबाव बना हुआ है। दूसरी तरफ, समर्थन लेने और देने में सभी दलों के जेहन में 2024 भी कहीं ना कहीं रहेगा।


शहर के विकास में योगदान दें कांग्रेसी, आप का बनवाएं मेयर : आप

वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रेम गर्ग का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि इस बार आम आदमी पार्टी का ही मेयर बनेगा। गर्ग ने कहा कि पिछली बार भाजपा ने धोखे से अपना मेयर बनवा लिया और उसका खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ा। गर्ग का कहना है कि शहर में विकास तभी संभव होगा जब आम आदमी पार्टी का मेयर होगा। गर्ग ने कांग्रेसी पार्षदों को कहा है कि अगर वे शहर के विकास में योगदान देना चाहते हैं तो आम आदमी पार्टी का मेयर चुने। गर्ग ने कहा कि पिछले साल कांग्रेसी पार्षदों ने मेयर चुनाव में हिस्सा नहीं लिया था और वे वॉक आउट कर गए थे। इस बार भी यह बातें सुनने को मिल रही है कि कांग्रेस पार्टी शायद वॉक आउट करे, अगर इस बार भी उन्होंने ऐसा किया तो लोगों में उनके प्रति विश्वास खत्म हो जाएगा और यह संदेश जाएगा कि वे शहर के विकास में योगदान नहीं देना चाहते हैं। गर्ग ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस समय कांग्रेस के पार्षदों पर नजरें जमाए बैठी है और उनके नेता हर तरह के हथकंडे आजमा कर अपना मेयर बनवाने की कोशिश करेंगे लेकिन आम आदमी पार्टी उन्हें इस कोशिश में सफल नहीं होने देंगे। ऐसे में मेयर कौन होगा इसका फैसला कांग्रेस के पार्षदों की वोट पर निर्भर करेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *