चंडीगढ़ निगम बैठक मंगलवाल को, हंगामा होने की उम्मीद
चंडीगढ़। नगर निगम की मंगलवार को होने वाली त्रिशंकु सदन बैठक हंगामेदार होने की उम्मीद है। नौ मनोनित पार्षदों की मौजूदगी से इस बार हंगामे का तड़का और भी पड़ने के आसार है। पिछली सदन बैठक में शपथ ग्रहण के बाद खुद का विरोध होता देख मनोनित पार्षदों ने पलटवाकर इसका ट्रेलर दिखा दिया था। वैसे सदन में शहरवासियों से पानी के बिल के साथ लग कर आ रहे गारबेज यूजर चार्ज का मसला गरमा सकता है। पिछले दिनों पानी के बढ़ते बिलों को लेकर विपक्षी और निवासियों ने मनीमाजरा में मेयर के आवास का घेराव किया था। मेयर के राहत के आश्वासन के बाद प्रदर्शन को थाम दिया गया था। हालांकि यह ऐसी राहत की मांग होगी जिस पर निगम अधिकारी सहमत नहीं होंगे। मेयर गांव में राहत की मांग कर रही है। आश्वासन में जिन्होंने प्रदर्शनकारियों को यह तक कहा था कि गारबेज चार्ज को छोड़कर बिल की अदायागी करें। ऐसे में यह संभव है कि सदन में बैठे आप, कांग्रेस से लेकर अकाली पार्षद तक सत्ता पक्ष भाजपा को घेरने की कोशिश कर सकते हैं। यह ठीक वैसे स्थिति हो सकती है जब पानी के बढ़ते वॉटर टैरिफ के स्लैब को घटनाए जाने पर जहां विपक्ष सत्ता पक्ष भाजपा को घेरता आ रहा था और सत्ता पक्ष पार्षदों का निगम के अधिकारियों के बीच भी टकराव के हालात बनते थे।
फायर सेफ्टी एनओसी लेनी हो सकती है मंहगी :
वहीं, सदन में जो प्रस्ताव चर्चा और मंजूरी के लिए लाया जा रहा है उसमें चंडीगढ़ में अब फायर सेफ्टी को लेकर नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट(एनओसी) लेना महंगा पड़ सकता है। निगम (एमसी) व्यवसायिक संस्थानों (फैक्ट्री, शॉप आदि) के लिए यह चार्ज 20 प्रतिशत तक बढ़ाने पर विचार कर रही है।
सदन में इस प्रस्ताव पर चर्चा होगी। हाल ही में इंडस्ट्रियल एरिया में एक शराब की फैक्ट्री में आग लगने की घटना हुई थी। वहां फायर की एनओसी न होने के बाद निगम ने फायर सेफ्टी नार्म्स को लेकर व्यापारियों पर सख्ती शुरू कर दी है। दिसंबर से इंडस्ट्रियल एरिया में विशेष चेकिंग अभियान भी चलाया जाएगा। चंडीगढ़ में वर्ष 2018 में निगम ने फायर सेफ्टी की एनओसी की शुरूआत की थी।
एनओसी के लिए यह फीस नगर निगम मल्टीप्लेक्स बिल्डिंग, सिनेमा हॉल, मॉल, गैस एजेंसियों, होटल, मैरिज पैलेस, स्कूल, पेट्रोल पंप, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल और खुले में लगने वाली प्रदशर्नियों से वसूली जाएगी। जानकारी के मुताबिक शहर में कुल 20 हजार के लगभग व्यवसायिक संस्थाएं हैं। वहीं निगम ने प्रस्तावित एजेंडे में धार्मिक स्थानों को चार्ज से मुक्त किया है।
कांग्रेस करेगी सफाई का काम ठेके पर देने का विरोध :
वहीं, सदन बैठक से ठीक एक दिन पूर्व सोमवार को कांग्रेस के अध्य्क्ष हरमोहिंदर सिंह लक्की की अध्य्क्षकता में पार्टी पार्षदों की हुई प्री हाउस मीटिंग में पार्टी पार्षदों ने एकजुट से मंगलवार को होने वाली सदन की बैठक में गांवो की सफाई व्यवस्था का काम निजि कंपनी के हवाले किये जाने के लाये जा रहे प्रस्ताव का विरोध करने का फैसला लिया गया । इसके अतिरिक्त मनीमाजरा में लोगों को पेश आ रही मुश्किलों को बैठक में उठाने पर सहमति जताई गई। लक्की ने कहा कि सफाई का काम लायन्स कम्पनी को देकर उसे परखा जा चुका है और वो उसपर खरी नही उतरी है और अब फिर उसी कंपनी को गांवों की सफाई का काम देना गलत है जिसका पार्टी विरोध करेगी। सदन में 13 गांव और मनीमाजरा में जीआईएस आधारित मैकेनाइज्ड और मैन्यूअल स्वीपिंग का प्रस्ताव लाया जा रहा है। बता दें कि शहर के दक्षिण सैक्टरों का सफाई का काम-काज संभाल रही सफाई कंपनी को लेकर पहले ही विरोध की स्थिति बनी हुई है, ऊपर से निगम अब अन्य स्थल पर निजी कंपनी को मिलता-जुलता ठेका देने की तैयारी में है।