चंडीगढ़ नगर निगम पर तिरंगे के अपमान का आरोप
सेक्टर-21 सिटीजन्स एसोसिएशन ने एडवाइजर को दी शिकायत; कहा- जबरन उखाड़ा पोल
चंडीगढ़। सिटीज़न्स एसोसिएशन सेक्टर 21 ने चंडीगढ़ नगर निगम के खिलाफ एडवाइजर धर्म पाल को लिखित शिकायत दी है। आरोप लगाए गए हैं कि निगम कर्मियों ने 16 अगस्त को जबरन झंडा उतारा और लोगों की भावनाओं की परवाह किए बिना पोल उखाड़ दिया। इससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं।
एसोसिएशन के प्रेसिडेंट बलजिंदर सिंह बिट्टू ने शिकायत में कहा है कि चंडीगढ़ नगर निगम ने राष्ट्रीय झंडे का अपमान किया है। बलजिंदर सिंह बिट्टू ने एडवाइजर से मांग की है कि मामले को देख कर आवश्यक कार्रवाई करें। संबंधित घटना से उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने की अपील से प्रभावित होकर एसोसिएशन की एग्जिक्यूटिव बॉडी ने 15 अगस्त को सेक्टर-21ए के पार्क में स्वतंत्रता दिवस मनाने का प्रस्ताव पारित किया था।
इस पार्क को एसोसिएशन मेंटेन करती है और निगम मेंटेनेंस चार्ज देता है। एसोसिएशन ने 9 फीट लंबा और 6 फीट चौड़ा खादी का तिरंगा और 45 फीट का पोल खरीदा था। एसोसिएशन ने निगम कमिश्नर अनंदिता मित्रा को मुख्यतिथि के रुप में कार्यक्रम में बुलाया था। 13 अगस्त को एक कार्यक्रम के दौरान कमिश्नर ने इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपनी मौखिक सहमति दी थी, लेकिन निगम ने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया। कार्रवाई के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जा सकते हैं।
कमिश्नर ने आने से मना कर दिया था
एडवाइजर को लिखे पत्र के मुताबिक, 14 अगस्त को एसोसिएशन के प्रेसिडेंट ने कमिश्नर को मैसेज भेज उनका पहुंचना सुनिश्चित करना चाहा, लेकिन कमिश्नर का जवाब आया कि सेक्टर-21 के नगर निगम पार्क में झंडा फहराने की कोई मंजूरी नहीं ली गई। ऐसे में वह नहीं आ पाएंगी। इसके बाद 7 से 8 निगम कर्मी आए, जिनके साथ जूनियर इंजीनियर थे। वह झंडे वाले पोल को उखाड़ने आए थे। इस पर कमिश्नर को फिर से एक मैसेज करके इस राष्ट्रीय दिवस को मनाए दिए जाने और कमिश्नर को चीफ गेस्ट के रूप में पहुंचने का अनुरोध किया गया।
इसके एक घंटे बाद चीफ इंजीनियर ने कहा कि वह कार्यक्रम कर सकते हैं। हालांकि कमिश्नर नहीं आ पाएंगी, क्योंकि कार्यक्रम की मंजूरी नहीं है। इसके बाद 15 अगस्त को कार्यक्रम पर लगभग 200 निवासी पार्क में आए थे। देशभक्ति गीत आदि गाकर शहीदों को याद किया जा रहा था। स्थानीय SHO की मौजूदगी में झंडा फहराया गया। इसके अगले दिन 16 अगस्त को कुछ निगम कर्मी आए और गैर-विधिवत तिरंगे को उतारने लगे। वहीं जल्दबाजी में पोल को भी उखाड़ दिया। पूछने पर जूनियर इंजीनियर ने बताया कि गैरकानूनी तरीके से राष्ट्रीय झंडा फहराया गया।