शिक्षा के नाम पर चंडीगढ़ और पंचकूला में मची है लूट
चंडीगढ़/पंचकूला। शिक्षा के नाम पर लूट मची है। पेरेंट्स 6-6 घंटे से लाइन में लगे हैं, उन्हें बच्चों के लिए किताबें नहीं मिल रहीं।
सवाल ये भी है कि, ज्यादातर स्कूलों की किताब-स्टेशनरी एक बुक डिपो पर ही क्यों मिल रही है? वो भी सिर्फ सेट में?
शिक्षा विभाग की चुप्पी भी संदेह पैदा करती है। सिर्फ चंडीगढ़ ही नहीं पंचकूला का भी यही हाल है। पंचकूला के भी ज्यादातर प्राइवेट स्कूल की भी किताबें एक ही बुक डिपो पर मिल रही हैं। ये दोनों बुक डिपो एक ही हैं। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये सब खेल क्या चल रहा है। बुक्स की कीमत भी सेट वाइज ली जा रही है वहीं स्टेशनरी और किताबों पर लगाने के लिए कवर भी सेट में जबरदस्ती दिए जा रहे हैं।
